दिनो दिन बढ़ने वाली चिंताए जीवन में तनाव का कारण बनने लगती है। इससे निपटने के लिए अक्सर लोग थेरेपी, मेडिटेशन और व्यायाम की मदद लेते है। मगर मसाज भी इस समस्या को हल करने का एक कारगर विकल्प है। दरअसल, एंटी ऑक्सीडेंटस से भरपूर अरंडी के तेल से माथे और आंखों की मालिश से तनाव को दूर करने में मदद मिलती है। साथ ही अनिद्रा की समस्या भी हल होने लगती है। जानते हैं रात को बेहतर नींद पाने और तनाव को दूर करने के लिए अरंडी का तेल किस तरह से फायदेमंद (castor oil benefits for brain) साबित होता है।
इस बारे में वेद आयुर्वेद की फाउंडर और आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ उपासना वोहरा बताती हैं कि रात में सोने से पहले अरंडी के तेल यानि कैस्टर ऑयल से आंखों के उपर और माथे पर हल्के हाथों से मालिश करे। इसकी मदद से तनाव और एंग्ज़ाइटी को कम किया जा सकता है। इससे न केवल माइंड रिलैक्स होता है बल्कि दिमाग में आने वाले विचारों को भी नियंत्रित किया जा सकता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार कैस्टर ऑयल में एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटीफंगल, एंटी माइक्रोबियल और एंटी वायरल प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं। इसके अलावा अरंडी के तेल में रिसिनोलिक एसिड पाया जाता है, जो एक अनसेचुरेटिड ओमेगा 9 फैटी एसिड है। इसमें एक हाइड्रोक्सी एसिड भी पाया जाता है।
रिसर्च के अनुसार अरंडी के तेल में प्राइमरी कॉम्पोनेंट रिसिनोलेइक एसिड पाया जाता है, जो चिंता और तनाव को दूर करने में मदद करता है। चूहों पर हुए परीक्षण में पाया गया किअकेले स्थान पर छोड़े गए इन चूहों को 5 फीसदी कोलिफ़ोर ने बेसलाइन ओपन ज़ोन में रहने वाल चूहों और प्रवेश करने वालों को थोड़ा बढ़ा दिया। वहीं अगल चरण में 5 फीसदी अरंडी के तेल और 5 फीसदी रिसिनोलेइक एसिड के प्रभाव का परीक्षण किया गया। यहां पाया गया कि अरंडी के तेल और रिसिनोलेइक एसिड दोनों ने एकांत में रहने वालों की अपेक्षा खुले क्षेत्र में रहने वालों की चूहों की संख्या को बढ़ाया।
रात को सोने से पहले माथे और कानों के पास अरंडी के तेल की मालिश करने से दिमाग और शरीर को आराम मिलता है। इससे गहरी और आरामदायक नींद आती है। साथ ही तेल की मदद से तनाव और चिंता को भी कम किसा जा सकता हैं। समय से न सो पाने की समस्या भी हल होने लगती है।
माथे के अलावाआँखों के आस पास अरंडी का तेल लगाने से त्वचा का रूखापनऔर जलन कम होने लगती है। इससे आँखों की थकान दूर होती है और व्यक्ति खुद को तरोताज़ा महसूस करेता है। तेल के चिकनाई वाले गुण एक प्रोटेक्टिव बैरियर प्रदान करते हैं।
फटे होंठों पर अरंडी का तेल लगाने से वे नमीयुक्त और मुलायम बने रहते हैं। तेल एक सुरक्षात्मक अवरोध बनाता है जो नमी को लॉक कर देता है और सूखे व फटे होंठों की समस्या हल हो जाती है।
सोने से पहले अरंडी के तेल का इस्तेमाल करने से मांसपेशियों की मालिश में बढ़ने वाले दर्द को कम किया जा सकता है। साथ ही मसल्स में बढ़ने वाले तनाव को कम किया जा सकता है। इसमें मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मांसपेशियों के दर्द को कम किया जा सकता हैं।
इसकी मदद से न्यूरोइन्फ्लेमेशन को दूर करने में मदद मिलती हैं, जो तनाव और चिंता को दूर करता है। इसमें मौजूद रिसिनोलेइक एसिड है में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो नर्वस सिस्टम को नियंत्रित करके चिंता के लक्षणों को कम करने में भूमिका निभाते हैं।