वेजाइना यानी की योनि शरीर के संवेदनशील अंगों में से एक है। वेजाइना एक इलास्टिक मस्कुलर कैनाल है, जिसकी लाइनिंग फ्लैक्सिबल और सॉफ्ट होती है। वहीं यह लुब्रिकेशन और सेंसेशन प्रदान करता है। वेजाइना यूट्रस को कनेक्ट करता है, जिससे की अन्य रिप्रोडक्टिव प्रक्रिया में मदद मिलती है। वेजाइना इंटरकोर्स के दौरान पेनिस इंसर्ट करने के साथ ही मेंस्ट्रूअल फ्लो को बरकरार रखता है, साथ ही चाइल्डबर्थ में भी वेजाइना का एक बहुत बड़ा रोल है। इन सभी प्रक्रियाओं को बनाए रखने के लिए वेजाइना को पूरी तरह से हेल्दी होना चाहिए। जैसा कि आप जानती हैं वेजाइना बेहद संवेदनशील होती है, ऐसे में आपकी छोटी सी भी भूल इसे प्रभावित कर सकती है।
इसकी सेहत की जांच करने के लिए आपको एक उचित समय अंतराल पर वेजाइनल सेल्फ एग्जामिनेशन (Vaginal self examination) की आवश्यकता होती है। आपमें से बहुत सी महिलाएं इसके बारे में नहीं जानती होंगी, परंतु इसे समझना बेहद महत्वपूर्ण है। आपकी वेजाइना में जो भी बदलाव हो रहे होते हैं, वे आपको नजर नहीं आते, ऐसे में कई बार समस्या गंभीर हो जाती है। ऐसे में सेल्फ एग्जामिनेशन के माध्यम से किसी भी समस्या को समय रहते समझा जा सकता है और इसका ट्रीटमेंट शुरू करवाया जा सकता है। अर्ली स्टेज में किसी भी समस्या का इलाज आसान और अधिक प्रभावित होता है।
वेजाइनल केयर और हेल्थ से जुड़ी बातों को ध्यान में रखते हुए हमने सेल्फ वेजाइनल एग्जामिनेशन के बारे में समझने की कोशिश की। इस बारे में सही और उचित जानकारी प्राप्त करने के लिए हेल्थ शॉट्स ने मैक्स हॉस्पिटल गुरुग्राम की एसोसिएट डायरेक्टर एवं गाइनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर रितु सेठी से सलाह ली। तो चलिए एक्सपर्ट से जानते हैं वेजाइनल सेल्फ एग्जामिनेशन का सही तरीका (Vaginal self examination steps)।
वेजाइनल एग्जामिनेशन से पहले इसके लिए खुद को प्रिपेयर करना जरूरी है। ऐसे में अपने हाथ को हैंड वॉश से अच्छी तरह से वॉश करें, इसके बाद कंफर्टेबल प्राइवेट प्लेस ढूंढे, जहां आपको कोई डिस्टर्ब न करे।
हालांकि, आप अलग-अलग पोजीशन में वेजाइनल एग्जामिनेशन कर सकती हैं, जैसे कि लेट कर या फिर बैठकर। अपने घुटनों पर आ जाएं, अपने दोनो पैर पैलाएं और नितंबों के नीचे टिकाएं। वहीं इस दौरान मिरर हो तो उसके सामने बैठें। आप अपने कंफर्ट के हिसाब से पोजीशन में बदलाव कर सकती हैं।
वेजाइनल एग्जामिनेशन के समय इस बात को समझना जरूरी है कि कुछ दिनों में आपकी वेजाइना में किसी तरह का बदलाव तो नहीं नजर आया है। आपको अपने वेजाइनल डिस्चार्ज को देखना और समझना है, की कहीं उनमें किसी प्रकार का बदलाव तो नहीं आया है। देखें की आपके वेजाइनल डिसचार्ज की कंसिस्टेंसी, स्मेल और रंग सामान्य हैं या नहीं। यदि ऐसा नहीं है, तो हो सकता है आपकी वेजाइना के pH में गड़बड़ी हो, या फिर आप किसी प्रकार की संक्रमण से ग्रसित हो सकती हैं।
एक्सटर्नल एग्जामिनेशन के लिए अपने पास एक हैंड मिरर रखें। अब इसकी मदद से अपने एक्सटर्नल एरिया को अच्छी तरह से जांचें, जैसे की वल्वा, लेबिया मजोरा, लाबिय में माइनोरा, क्लीटोरिस और पेरिनियम। अब देखें की इन सभी जगह पर किसी प्रकार की रेडनेस, स्वेलिंग, बंप, रैशेज और कोई अन्य असामान्य टेक्सचर तो नजर नहीं आ रहे। खासकर स्किन की रंगत, साइज और टेक्सचर को जांचें। यदि किसी भी प्रकार का बदलाव नजर आए तो फौरन एक्सपर्ट से इसपर चर्चा करें।
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इंटरनल एग्जामिनेशन के लिए आपको अपनी उंगलियों का इस्तेमाल करना है। अपनी दो उंगली को वेजाइना के अंदर इंसर्ट करें, यदि आपको अनकंफरटेबल महसूस होता है तो इसके लिए आप लुब्रिकेंट का इस्तेमाल कर सकती हैं। अब वेजाइना के इंटरनल वाल्स पर अपनी उंगलियां फेरते हुए लंप्स, बंप और अनयूजुअल सेंसेशन को महसूस करने की कोशिश करें।
ध्यान दें कि वेजाइना के अंदर किसी भी हिस्से में उंगलियां फेरते हुए आपको दर्द तो महसूस नहीं हो रहा। वहीं आप पेल्विक फ्लोर मसल्स को एग्जामिन करने के लिए अपनी वेजाइनल मसल्स को कॉन्ट्रैक्ट और रिलैक्स करके देख सकती हैं। यदि किसी भी प्रकार का दर्द महसूस हो, या वेजाइनल वॉल पर कोई असामान्य टेक्सचर महसूस हो, तो फौरन डॉक्टर से मिल इस विषय पर सलाह लें।
सेल्फ वेजाइनल एग्जामिनेशन के दौरान यदि आपको अपनी वेजाइना में किसी भी प्रकार का असामान्य बदलाव, दर्द, टेक्सचर आदि नजर आ रहा है, तो इसे नोट करें और अपने सभी सिंप्टम्स को लिखकर रखें। ताकि आपको मालूम हो कि आपको डॉक्टर को क्या बताना है। ऑब्जरवेशन के दौरान यदि कोई भी एब्नॉर्मलिटी महसूस हुई है, तो फौरन डॉक्टर से मिल इस विषय पर बात करें। क्योंकि वेजाइना संबंधी समस्याओं का इलाज स्वयं मुश्किल है और यदि आप इसे करने की कोशिश करती हैं, तो वेजाइना के संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है, साथ ही साथ स्थिति और ज्यादा गंभीर हो सकती है।
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