डांसिंग दिवा और फिटनेस फ्रीक मलाइका अरोड़ा हमेशा अपनी टोंड बॉडी के लिए सुर्खियों में बनी रहती है। उनकी उम्र भले ही 51 साल है, मगर इस उम्र में भी वो अपनी बॉडी को पूरी तरह से फिट रखती हैं। साथ ही दूसरों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करती हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग को वो वेटलॉस का हेल्दी और आसान विकल्प बताती है। अगर खानपान की बात करें, तो वो बताती हैं कि वो दिनभर में 16 से 18 घंटे फास्टिंग करती हैं। भले ही वो एक निश्चित समय के लिए खाने से परहेज करती हैं, लेकिन दिनभर तरल पदार्थ का सेवन करना नहीं भूलती हैं। मलाइका अरोड़ा दिनभर में जीरा वॉटर का सेवन करती हैं, जो एक हेल्दी मॉर्निंग ड्रिंक्स है। क्या ये ड्रिंक (hydrating drinks for intermittent fasting) आपके लिए भी वाकई हेल्दी हो सकता है, आइए इस लेख के माध्यम से पता करते हैं।
योग करते हुए मलाइका की अपने इंस्टा अकाउंट पर कई तस्वीरें नज़र आती हैं। वे खुद को फिट रखने के लिए कई तरह की एक्सरसाइज़ और योग मुद्राओं को अपने रूटीन में शामिल करती हैं। दिनभर में हेल्दी वर्कआउट रूटीन के अलावा 16ध्8 इंटरमिटेंट फास्टिंग विधि का पालन करती है। मलाइका अरोड़ा ने बताया कि मैं सुबह कुछ नहीं खाती और मेरी आखिरी मील रात 7 या 7 30 बजे तक होती है। इसलिए मैं लगभग 16 से 18 घंटे का उपवास करती हूं। वे दिन में केवल आठ घंटे के समय के दौरान ही खाती हैं।
मलाइका अरोड़ा बताती है कि मैं पूरा दिन हेल्दी ड्रिंक पीती हूं और दिन की शुरुआत तरल पदार्थों से ही करती हूँ। फिर चाहे सादा पानी, नारियल पानी, जीरा पानी या नींबू पानी ही क्यों न हो। इससे शरीर हेल्दी और एक्टिव रहता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग वजन कम करने का एक लोकप्रिय तरीका है। ये खाने का एक ऐसा पैटर्न है जिसमें उपवास और खाने के बीच बारी बारी से बदलाव किए जाते है। डायटीशियन राम्या बी बताती हैं कि मलाइका अरोड़ा 16 घंटे का लंबा उपवास करती हैं और 8 घंटे की इटिंग विंडो होती है। ये तरीका उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है जो वजन को नियंत्रित करना चाहते हैं। जर्नल ऑफ़ द एकेडमी ऑफ़ न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स की साल 2015 की रिपोर्ट के अनुसार प्रतिभागियों ने 3 से 24 सप्ताह तक 16/8 विधि सहित इंटरमिटेंट फास्टिंग के नियमों का पालन करने के बाद शरीर के वजन में 3 से 8 प्रतिशत की कमी का अनुभव किया।
उपवास अवधि के दौरान सॉलिड फूड नहीं खा सकते हैं। इस दौरान शरीर को हाइड्रेटेड रखने के साथ भूख को नियंत्रित करने के लिए पानी, हर्बल चाय या नॉन कैलोरिक बैवरेजिज़ पी सकते हैं।
मील्स और स्नैक्स आठ घंटे की अवधि के दौरान खाई जाती हैं। इसका अर्थ ये है कि अगर आप दोपहर 12 बजे से रात 8 बजे के बीच खाना खाने के लिए समय का चयन करती हैं तो अगले दिन दोपहर 12 बजे तक उपवास रखना होगा।
जी हां, ये हेल्दी ड्रिंक आपकी मदद कर सकते हैं। राम्या के अनुसार चाहे नारियल पानी हो, जीरा पानी हो या नींबू पानी सभी तरह के पेय पदार्थ इंटरमिटेंट फासि्ंटंग के दौरान वेट मैनेजमेंट में मदद करता है।
नारियल पानी कैलोरी में कम होने के अलावा एक हाइड्रेटिंग ड्रिंक है। यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के अनुसार सौ मि ली नारियल पानी में 25 कैलोरी होती है। ये पेय पदार्थ पोटेशियम, मैग्नीशियम और सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स से भी भरपूर हैए और इसमें नेचुरल शुगर भी पाई जाती है।
नेचुरल इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक होने के कारण ये शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है। इससे मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने में मदद मिलती है। उचित हाइड्रेशन से फैट मेटाबॉलिज्म में मदद मिलती है और ओवरइटिंग से बचने का भी बेहतरीन विकल्प है। इसमें मौजूद नेचुरल शुगर से मीठा खाने की क्रेविंग को नियंत्रित किया जा सकता है। इससे कैलोरी स्टोरेज को कम किया जा सकता है।
जीरा पानी एक हेल्दी पेय पदार्थ है, जिसे मलाइका अरोड़ा पीना पसंद करती हैं। राम्या कहती हैं कि जीरा वॉटर चयापचय दर को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे कैलोरी को बर्न करने में मदद मिलती है। कॉम्प्लिमेंट्री थैरेपीज़ इन क्लिनिकल प्रैक्टिस में प्रकाशित 2014 के एक अध्ययन के दौरान अधिक वजन वाली वे महिलाएं जिन्होंने जीरे के पानी का सेवन किया उन महिलाओं की तुलना में अधिक वजन कम करने में सक्षम थीं जिन्होंने इसका सेवन नहीं किया था। एक्सपर्ट के अनुसार जीरे में थाइमोल और आवश्यक तेल जैसे कंपाउड भी होते हैं जो भूख को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और फास्टिंग के बाद ओवरइटिंग से भी बचाते हैं।
मलाइका अरोड़ा की तरह नींबू के साथ सादा पानी पीने से फायदा मिलता है।। इस लो कैलोरी पेय पदार्थ से वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ़ एग्रीकल्चर के अनुसार सौ ग्राम नींबू में 30 कैलोरी होती हैं। रम्या कहती हैं, नींबू का पानी विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे पाचन और फैट मेटाबॉलिज्म में सुधार होता है। पेय पदार्थ का तीखा स्वाद अनहेल्दी फूड्स की क्रेविंग को कम करने में मदद करता है।
ताज़ा नारियल पानी को आप सीधेतौर पर पी सकते हैं। वहीं अन्य पेय पदार्थ घर पर तैयार कर सकते हैं।
सामग्री
1 चम्मच जीरा
1 कप पानी
एक पैन में पानी उबालें।
उबलते पानी में जीरा डालें और इसे कम से कम 1 से 2 मिनट तक उबलने दें।
अब जीरा अलग करने के लिए पानी को एक कप में छान लें।
पेय पदार्थ को पीने से पहले इसे ठंडा होने दें।
सामग्री
1 गिलास पानी
नींबू का रस
एक गिलास में पानी डालें।
पानी में नींबू का रस डालें।
अच्छी तरह से हिलाएँ और तुरंत इस स्वस्थ पेय का सेवन करें।
इंटरमिटेंट फ़ास्टिंग की 16/8 विधि का पालन करते समय मलाइका अरोड़ा के लिए नारियल पानी, जीरा पानी और नींबू पानी कारगर साबित होता है। दरअसल, ये ड्रिंक्स इंटरमिटेंट फ़ास्टिंग के दौरान ज़्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित और फ़ायदेमंद होते हैं। मगर साथ ही इनके साइड इफ़ेक्ट्स के बारे में जानकारी होना चाहिए।
नारियल पानी के अत्यधिक सेवन से हाइपरकेलेमिया का सामना करना पड़ता है। खासकर किडनी की समस्या से ग्रस्त लोगों को इसका सामना करना पड़ता है। ऐसे में किडनी की बीमारी वाले या पोटेशियम प्रतिबंधित आहार लेने वाले लोगों को इसे पीने से बचना चाहिए।
बहुत अधिक नारियल पानी पीने से कभी कभी पेट फूलने या दस्त का सामना करना पड़ता हैं।
एक्सपर्ट के अनुसार जीरा पानी का अधिक सेवन रक्त शर्करा के स्तर को कम कर सकता हैए जिससे उपवास के दौरान चक्कर आना या थकान हो सकती है। डायबीटिक या लो ब्लड शुगर से ग्रस्त लोगों को इसे पीने से बचना चाहिए।
वे लोग जो एलर्जी से ग्रस्त रहते है। उनके इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए।
नींबू का रस एसिडिक होने से दाँतों के इनेमल को नुकसान पहुंचता है। अगर आप इसे बार बार मुंह धोए बिना पी रहे हैं, तो ओरल हेल्थ को नुकसान पुहंचा सकता है।
वे लोग जो एसिड रिफ्लक्स से ग्रस्त है उन्हें नींबू पानी का नियमित सेवन करने से एसिडिटी और सीने में जलन का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा पेट में अल्सर की समस्या भी बनी रहती है।
मलाइका अरोड़ा इंटरमिटेंट फ़ास्टिंग को बेहतरीन विकल्प मानती हैं और हाइड्रेटेड रहने के लिए हेल्दी ड्रिंक्स को फायदेमंद बताती हैं। अपने फास्टिंग रूटीन में जीरा पानी और नारियल पानी जैसे पेय पदार्थ शामिल कर सकते हैं। हाइड्रेटेड रहने, ऊर्जा से भरपूर रहने और अपने वजन प्रबंधन लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करते हैं। वे लोग जो डायबिटीज़, किडनी की समस्या या गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग से ग्रस्त है, उन्हें इन पेय पदार्थों को अपने उपवास की दिनचर्या में शामिल करने से पहले डॉक्टर से अवश्य सलाह लेनी चाहिए।