ठंडी – ठंडी सर्दियों में गर्मा गर्म पराठे! क्या यह सब सोचकर आपके मुंह में पानी नहीं आता है? अंडे, सीरियल्स और फलों का नाश्ता कितना भी पौष्टिक क्यों न हो, भारतीय घरों में पराठे जैसा कुछ नहीं है, है ना? ऐसे में घर पर बनाएं मटर के पराठे, जो हेल्दी भी हैं और टेस्टी भी।
मटर हर सर्दियों में भारतीय खाने का अभिन्न अंग बन जाती है। चाहे वह मटर पुलाव हो या मटर पनीर, आलू पनीर, मशरूम मटर, मटर दाल… इस एक सब्जी के बिना बहुत सारे व्यंजन अधूरे हैं। और यह सिर्फ इसलिए नहीं है क्योंकि यह स्वाद और क्रंच जोड़ती है, बल्कि इसलिए भी कि ये वास्तव में पोषक तत्वों से भरपूर हैं।
हां, ये प्रोटीन, विटामिन और खनिज, और कार्बोहाइड्रेट से भरे हुए हैं। साथ ही, यह कैलोरी में कम हैं, जो इसे वजन घटाने के लिए एकदम सही बनाता है।
अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार, एक कप (145 ग्राम) मटर से आपको 7.86 ग्राम प्रोटीन, 20.9 ग्राम कार्ब्स, 0.58 ग्राम वसा, 8.26 ग्राम फाइबर, 36.2 मिलीग्राम कैल्शियम और 2.13 मिलीग्राम आयरन मिल सकता है। इसका कोलेस्ट्रॉल जीरो माना जाता है!
मटर में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने के अलावा एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होता है, जो इसे ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने के लिए सुपरफूड बनाता है। इसके अलावा, वे अपने फाइबर सामग्री के कारण पाचन में मदद करते हैं। यहां तक कि हार्ट हेल्दी खनिजों की उपस्थिति के कारण बीमारियों से भी आपकी रक्षा कर सकते हैं।
अब जब आप जानते हैं कि मटर पोषक तत्वों का भंडार है, तो आइए हम आपको इस सब्जी को अपने आहार में शामिल करने के एक स्वादिष्ट तरीके से परिचित कराते हैं!
1 किलो ताजा मटर
एक चुटकी हिंग
एक चुटकी जीरा
घी
अपनी पसंद के अनाज का आटा गूंथ लें।
नमक
लाल मिर्च
आमचूर
गरम मसाला
1. एक किलो ताजे मटर लें।
2. मटर को हल्का दरदरा छोड़ कर पीस लीजिये
3. एक कढ़ाई में एक चम्मच घी डालिये
4. इसमें हींग और जीरा डालें
5. 2 मिनिट बाद पिसे मटर डाल दीजिये
6. इसे कम से कम 15 मिनट तक पकाएं।
7. पकने के बाद इसमें चुटकी भर नमक, लाल मिर्च, अमचूर और गरम मसाला स्वादानुसार डालें।
8. इस मिश्रण को ठंडा करके परांठे में स्टफिंग की तरह इस्तेमाल करें!
दही के साथ गरमा गरम इनका आनंद लें!
पराठे में बहुत ज़्यादा घी का इस्तेमाल करने की कोई ज़रूरत नहीं है। कम घी में भी कुरकुरे पराठे बनाए जा सकते हैं।
दलजीत कौर, हेड – डायटेटिक्स, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली ने हेल्थशॉट्स को बताया था कि यह सब हमारे द्वारा उपयोग किए जाने वाले तेल, स्टफिंग, अनाज और मात्रा पर निर्भर करता है।
तो, मल्टीग्रेन, विभिन्न प्रकार के अनाज, या बाजरे के आटे का उपयोग करने का प्रयास करें। आटा गूंथने के लिए सिर्फ मैदा या गेहूं के आटे का इस्तेमाल न करें। उदाहरण के लिए, ज्वार और रागी एक पराठे को रौगेज, कैल्शियम और प्रोटीन दे सकते हैं।
तो मटर के पराठे ज़रूर ट्राइ करें!
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