खाने के साथ अधिकतर लोग हरी मिर्च को खाना पंसद करते हैं। मगर वहीं महाराष्ट्र में हरी मिर्च को थेचा के रूप में तैयार करके परोसा जाता है। स्वाद और सेहत के लिए इस हेल्दी टविस्ट से खाने का स्वाद दोगुना बढ़ जाता है। लंच और डिनर में खासतौर से मील्स के साथ सर्व की जाने वाली ये रेसिपी न केवल लाजवाब है बल्कि इसे तैयार करना भी बेहद आसान है। इस मसालेदार व्यजंन को मिर्च व लहसुन की चटनी भी कहा जाता है। जानते हैं हरी मिर्च से तैयार होने वाले थेचा की रेसिपी को इसमें पाए जाने वाले इंग्रीडिएंट्स के फायदे भी (Maharashtrian green chilli thecha recipe)।
डायटीशियन नुपूर पाटिल बताती हैं कि थेचा महाराष्ट्र की एक स्पाइसी और हेल्दी रेसिपी है। हरी मिर्च, मूंगफली, लहसुन और धनिया से तैयार होने वाला थेचा मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है। इसके सेवन से शरीर को प्रोटीन, फाइबर और ओमेगा 3 फैटी एसिड की प्राप्ति होती है। इस लो कैलोरी फूड में फाइबर की अधिकता होने से क्रेविंग की समस्या हल हो जाती है।
एंटीऑक्सीडेंटस से भरपूर हरी मिर्च में कैप्साइसिन कंपाउड पाया जाता है। इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है, जिससे शरीर ब्लोटिंग, अपच और एसिडिटी की समस्या से दूर रहता है। इसके नियमित सेवन से शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन की मात्रा में बढ़ोतरी होते है, जिससे व्यक्ति तनाव मुक्त रहता है। इसमें विटामिन ए, सी और ई के अलावा विटामिन बी1, बी2 और बी3 भी पाए जाते हैं। इसके सेवन से शरीर का इम्यून सिस्टम बेस्त होने लगता है।
नियमित तौर पर मूंगफली का सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होने लगता है। इसमें मैग्नीशियम और मैंगनीज़ समेत 19 माइक्रो न्यूट्रीएंट्स पाए जाते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडैक्स कम होने से शरीर में शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है। इसमें पाई जाने वाली फाइबर की उच्च मात्रा बार बार भूख लगने की समस्या को हल करती है, जिससे मोटापे से भी मुक्ति मिल जाती है।
लहसुन में पाया जाने वाला एलिकिन कंपाउड डाइजेशन को इंप्रूव करता है। इसमें पाई जाने वाली एंटीवायरल प्रापर्टीज सर्दी और खांसी जैसे मौसमी संक्रमण से शरीर का बचाव करता है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजे़शन के अनुसार लहसुन के सेवन से शरीर का ब्लड प्रेशर नियंत्रित बना रहता है। इसके चलते हृदय संबधी समस्याओं का खतरा 16 से 40 फीसदी कम होने लगता है। इसके सेवन से शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव घटने लगता है, जिससे डिमेंशिश का खतरा कम होने लगता है और मेंटल हेल्थ इंप्रूव होती है।
धनिया पत्ती में एक्टिव एंजाइम पाए जाते हैं। इससे शरीर के पाचन में सुधार होता है ग्लूकोज़ का स्तर भी नियंत्रित होता है। विटामिन ए, सी और ई से भरपूर धनिया के सेवन से आंखों की रोशनी में सुधार होता है। इसमें मौजूद कैरोटेनॉयड्स की मात्रा आईसाइट को इंप्रूव करने में मदद करते हैं। इसके सेवन से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या से भी बचा जा सकता है और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
हरी मिर्च 100 ग्राम
भुनी मूंगफली 50 ग्राम
लहसुन की कलिया 1 मुट्ठी
धनिया पत्ती 1 कप
जीरा 1 चम्मच
नमक स्वादानुसार
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